बर्तन में जो होता है वही बाहर छलकता है। बर्तन में जो होता है वही बाहर छलकता है।
हमने बोया था पौधा वो घनघोर वृक्ष बन गया है .. हमने बोया था पौधा वो घनघोर वृक्ष बन गया है ..
यह कहानी दिखाती है कि कैसे प्रकृति संरक्षण, पीढ़ी दर पीढ़ी का काम है। यह कहानी दिखाती है कि कैसे प्रकृति संरक्षण, पीढ़ी दर पीढ़ी का काम है।
बीज दुख कर हवा में उड़ कर दूर दूर तक फैल जाती है , ऐसी है हमारी प्रकृति बीज दुख कर हवा में उड़ कर दूर दूर तक फैल जाती है , ऐसी है हमारी प्रकृति
लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
मेरा प्रादुर्भाव ज्यादा पुराना नहीं, लेकिन कुछ ही दशकों में मैं, अनेक बुराई का साक्षी हुआ मेरा प्रादुर्भाव ज्यादा पुराना नहीं, लेकिन कुछ ही दशकों में मैं, अनेक बुराई का स...